Q. भारतीय संसद के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: 1. दलबदल के कारण अयोग्यता पर निर्णय लेने से पहले अध्यक्ष को चुनाव आयोग से परामर्श करना चाहिए। 2. स्पीकर कैबिनेट की बैठकों का हिस्सा हो सकते हैं। 3. लोक लेखा समिति यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार के व्यय की जांच करती है कि यह संसद द्वारा अनुमोदित विनियोगों के अनुरूप है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

[A] केवल 1

[B] केवल 3

[C] केवल 1 और 2

[D] केवल 2 और 3

Answer: B
Notes:

व्याख्या –

कथन 3 सही है। लोक लेखा समिति (PAC) यह जांचने के लिए जिम्मेदार है कि सरकार द्वारा धन कैसे खर्च किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे संसद द्वारा अनुमोदित विनियोजन के साथ संरेखित हों। यह वित्तीय मामलों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सरकारी व्यय की जांच करता है।

कथन 1 और 2 ग़लत हैं। दलबदल के कारण किसी संसद सदस्य की अयोग्यता का निर्णय चुनाव आयोग से परामर्श किए बिना अध्यक्ष (लोकसभा के लिए) या सभापति (राज्यसभा के लिए) द्वारा किया जाता है। लोकसभा अध्यक्ष मंत्रिमंडल का सदस्य नहीं है और कैबिनेट बैठकों में भाग नहीं लेता है। अध्यक्ष की भूमिका लोकसभा की बैठकों की अध्यक्षता करना और सदन में कामकाज के व्यवस्थित संचालन को सुनिश्चित करना है।

Source: The Hindu

Blog
Academy
Community