Q. इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (IPEF) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: 1. IPEF भागीदार सामूहिक रूप से वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 40% प्रतिनिधित्व करते हैं। 2. IPEF में अन्य मुक्त व्यापार समझौतों (FTAs) की तरह व्यापक विवाद निपटान प्रक्रियाओं का अभाव है। 3. भारत ने IPEF के दो स्तंभों में भाग लिया है लेकिन आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन स्तंभ में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Answer: A
Notes:
व्याख्या –
कथन 1 और 2 सही हैं। इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (IPEF) भागीदार सामूहिक रूप से वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 40% प्रतिनिधित्व करते हैं। पारंपरिक मुक्त व्यापार समझौतों (FTAs) के विपरीत, IPEF के पास व्यापक विवाद निपटान तंत्र नहीं है। यह बाध्यकारी प्रतिबद्धताओं और प्रवर्तन के बजाय सहयोग और मानक स्थापित करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है।
Source: The Hindu