Q. 2. भारत में कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग स्कीम (CCTS) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. CCTS कार्बन क्रेडिट सर्टिफिकेट (CCC) जारी करता है, जिनमें से प्रत्येक CO₂ समतुल्य (tCO₂e) के एक टन की कमी को दर्शाता है।
2. इस योजना में अनिवार्य क्षेत्रों के लिए अनुपालन तंत्र और स्वैच्छिक प्रतिभागियों के लिए ऑफसेट तंत्र दोनों शामिल हैं।
3. वर्तमान में बिजली क्षेत्र इस योजना के अंतर्गत आता है।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा सही है/हैं?
Quarterly-SFG-Jan-to-March
Red Book

[A] केवल 1 और 2

[B] केवल 2 और 3

[C] केवल 1 और 3

[D] 1, 2 और 3

Answer: A
Notes:

व्याख्या :

  • CCTS के तहत, प्रत्येक कार्बन क्रेडिट सर्टिफिकेट (CCC) एक टन CO2 समतुल्य (tCO2e) की कमी को दर्शाता है।
  • यह योजना दो तंत्रों के माध्यम से संचालित होती है – ऊर्जा-गहन उद्योगों में अनिवार्य उत्सर्जन कटौती लक्ष्यों के लिए अनुपालन तंत्र, और स्वैच्छिक प्रतिभागियों के लिए ऑफसेट तंत्र।
  • यद्यपि भारत के जीएचजी उत्सर्जन में बिजली क्षेत्र का योगदान लगभग 40% है, लेकिन इसे अभी तक CCTS के वर्तमान चरण में शामिल नहीं किया गया है।

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