Q. 8. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. एरोसोल (जैसे सल्फेट और नाइट्रेट) गर्मी को रोकते हैं और पृथ्वी को गर्म करते हैं।
2. एरोसोल की अनुपस्थिति ग्रीनहाउस गैसों को तेजी से गर्मी पैदा करने की अनुमति देती है।
3. एरोसोल वर्षा पैटर्न को प्रभावित करते हैं।
ऊपर दिए गए कथनों में से कितने सही हैं?
Answer: B
Notes:
व्याख्या –
कथन 1 गलत है। सल्फेट और नाइट्रेट जैसे एरोसोल मुख्य रूप से सूर्य के प्रकाश को अंतरिक्ष में वापस परावर्तित करके और बादलों की परावर्तकता को बढ़ाकर पृथ्वी पर शीतलन प्रभाव डालते हैं।
कथन 2 और 3 सही हैं। एरोसोल वातावरण को ठंडा करके ग्रीनहाउस गैसों के वार्मिंग प्रभाव को छिपाते हैं। जब एरोसोल की सांद्रता कम हो जाती है, तो शीतलन प्रभाव कम हो जाता है, जिससे ग्रीनहाउस गैसें तेजी से गर्मी पैदा करती हैं। एरोसोल बादलों के गुणों को बदलकर, बूंदों के आकार को कम करके और बादलों के जीवनकाल को बढ़ाकर वर्षा के पैटर्न को प्रभावित करते हैं।
Source: The Hindu
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