Q. 10. ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड (GMB) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ परियोजनाओं को वित्तपोषित करने के लिए नगर निकायों द्वारा जारी किए गए गैर-परिवर्तनीय ऋण साधन हैं।
2. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 243W के तहत केवल राज्य सरकारों को ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड जारी करने का संवैधानिक अधिकार है।
3. गाजियाबाद नगर निगम भारत का पहला शहरी स्थानीय निकाय था जिसने प्रमाणित ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड जारी किया था।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
Answer: A
Notes:
व्याख्या :
- कथन 1 सही है: ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड (GMB) एक प्रकार की गैर-परिवर्तनीय ऋण सुरक्षा है जो नगर निकायों द्वारा स्वच्छ ऊर्जा, जल प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण जैसी जलवायु-अनुकूल परियोजनाओं को निधि देने के लिए जारी की जाती है।
- कथन 2 गलत है: अनुच्छेद 243W शहरी नियोजन और सेवाओं से संबंधित कार्यों के लिए नगर निकायों को अधिकार देता है, न कि राज्य सरकारों को। इस प्रकार, नगर निगम ऐसे बॉन्ड जारी कर सकते हैं, न कि केवल राज्य सरकारें।
- कथन 3 सही है: गाजियाबाद नगर निगम ने भारत का पहला प्रमाणित ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड जारी करके इतिहास रच दिया, जो टिकाऊ शहरी वित्तपोषण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Source– PIB

