Q. 2. सूरत उत्सर्जन व्यापार योजना (ETS) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. 2019 में लॉन्च किया गया सूरत ETS, कैप-एंड-ट्रेड मैकेनिज्म के साथ पार्टिकुलेट मैटर उत्सर्जन के व्यापार के लिए विश्व का पहला बाज़ार है।
2. इस योजना का उद्देश्य प्रति उद्योग अनुमत पार्टिकुलेट मैटर उत्सर्जन की मात्रा को सीमित करके और अप्रयुक्त परमिट के व्यापार की अनुमति देकर वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाना है।
3. सूरत ETS में उत्सर्जन परमिट का व्यापार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) द्वारा संचालित प्लेटफ़ॉर्म पर होता है।
उपरोक्त में से कौन सा कथन सही है?
Answer: A
Notes:
व्याख्या :
- कथन 1 सही है: 2019 में लॉन्च किया गया सूरत ETS वास्तव में कैप-एंड-ट्रेड सिस्टम का उपयोग करके पार्टिकुलेट मैटर उत्सर्जन में व्यापार करने वाला विश्व का पहला बाज़ार है।
- कथन 2 सही है: यह योजना प्रत्येक संयंत्र को प्रदूषण सीमा देकर काम करती है। जो संयंत्र सीमा के भीतर रहते हैं, वे अप्रयुक्त परमिट को उन लोगों को बेच सकते हैं जो अपनी प्रदूषण सीमा से अधिक हैं, जो कैप-एंड-ट्रेड सिस्टम का सार है।
- कथन 3 गलत है: सूरत ETS में उत्सर्जन परमिट का व्यापार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) द्वारा नहीं, बल्कि NeML (नेशनल कमोडिटीज एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज ई-मार्केट्स) द्वारा संचालित प्लेटफॉर्म पर होता है।
Source– IE
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