UPPSC Mains 2018 – General Hindi

UPPSC Mains 2018 

General Hindi 

सामान्य हिंदी 

Time Allowed : Three Hours Maximum Marks : 150 

निर्धारित समय : तीन घंटे                                                          अधिकतम अंक: 150 

नोटः 

(i) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं
(ii) प्रत्येक प्रश्न के अंक के अंत में अंकित हैं
(iii) पत्रप्रार्थनापत्र या किसी अन्य प्रश्न के उत्तर के साथ अपना अथवा अन्य का नामपता एवं अनुक्रमांक  लिखें आवश्यक होने पर  लिख सकते हैं 

1. निम्नलिखितगद्यांश को ध्यानपूर्वक पढि़ए और नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिएः 

मैं साहित्य को मनुष्य की दृष्टि से देखने का पक्षपाती हूँ जो वाग्जाल मनुष्य को दुर्गतिहीनता और परमुखापेक्षिता से बचा  सकेजो उसकी आत्मा को तेजोद्दीप्त  बना सकेजो उसके हृदय को परदुःखकातर और संवेदनशील  बना सकेउसे साहित्य कहने में मुझे संकोच होता हैमैं अनुभव करता हूँ कि हम लोग एक कठिन समय के भीतर से गुजर रहे हैं आज नाना भाँति के संकीर्ण स्वार्थों ने मनुष्य को कुछ ऐसा अंधा बना दिया है कि जातिधर्मनिर्विशेष मनुष्य के हित की बात सोचना असंभव हो गया ऐसा लग रहा है कि किसी विकट दुर्भाग्य के इंगित पर (दलगत स्वार्थप्रेम ने मनुष्यता को दबोच लिया है दुनिया छोटेछोटे संकीर्ण स्वार्थों के आधार पर अनेक दलों में विभक्त हो गई है अपने दल के बाहर का आदमी संदेह की दृष्टि से देखा जाता है उसके रोनेगाने तक पर असदुद्देश्य का आरोप किया जाता है उसके तप और सत्यनिष्ठा का मजाक उड़ाया जाता है 

(प्रस्तुत गद्यांश का भावार्थ अपने शब्दों में लिखिए
(साहित्य के लक्ष्य के विषय में उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर विचार कीजिए
(प्रस्तुत गद्यांश की रेखांकित पंक्तियों की व्याख्या कीजिए 

2. निम्नलिखितगद्यांश को पढ़कर निर्देशानुसार उत्तर लिखिएः 

परिवर्तन से हम बच नहीं सकते परिवर्तन से बचना अगति और दुर्गति को आमंत्रित करना है यद्यपि स्थिरता में किसी अंश में सुरक्षा हैतथापि बिना जोखिम लिए आगे नहीं बढ़ा जाता है नियमों की स्थिरता जो विज्ञान में है और स्फूर्तिमय जीवन की गतिशीलता जो साहित्य में हैदोनों के बीच का हमें संतुलित मार्ग खोजना है जीवन के संतुलनों में नए और पुराने का संतुलन भी विशेष महत्व रखता है संसार की गतिशीलता के साथ हमकों भी गतिशील होना पड़ेगाकिंतु आँखें खोलकर नवीन के लिए हम अपने मंनमंदिर का द्वार सदा खुला रखेंए पूर्वाग्रहों से काम  लें उसके पक्ष और विपक्ष की युक्तियों को न्याय की तुला पर तौलें एक सीमा के भीतर नए प्रयोगों को भी अपने में स्थान देंकिंतु केवल नवीनता के प्रमाणपत्र मात्र से संतुष्ट  हो जाएं जिस तर्कबुद्धि को हम प्राचीन प्रथाओं के उन्मूलन में लगाते हैं उसी निर्मम तर्क को नवीन के परीक्षण में भी लगावें किंतु नवीन को भूत की भाँति भय का कारण  बनावें 

(प्रस्तुत गद्यांश को उचित शीर्षक दीजिए
(प्राचीन और नवीन में संतुलन क्यों आवश्यक हैविचार कीजिए
(प्रस्तुत गद्यांश का संक्षेपण कीजिए 

3. निम्नलिखितप्रश्नों के उत्तर दीजिएः () ‘अधिसूचना’ को परिभाषित करते हुए मुख्य सचिवउत्तर प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षकों की सेवानिवृत्ति वय बढ़ाने के संदर्भ में एक अधिसूचना का प्रारूप तैयार कीजिए 

(स्वास्थ्य विभागउत्तर प्रदेशलखनऊ की ओर से सचिवस्वास्थ्य मंत्रलयभारत सरकारनई दिल्ली को भेजने के लिए अर्ध सरकारी पत्र का प्रारूप तैयार कीजिए जिसमें उत्तर प्रदेश में कुपोषण से जूझते बच्चों के इलाज के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रलय से पूर्व में माँगी गई सहायता को यथाशीघ्र स्वीकृत करने के लिए आग्रह किया गया हो 

4. निम्नलिखितउपसर्गों/प्रत्ययों से एकएक शब्द की रचना कीजिएः 

  • अधिपरिभरअठनिखुशइकआइनआईअक्कड़ 

5. निम्नलिखितशब्दों के विलोम शब्द लिखितः 

  • आवरणकृतज्ञअज्ञनैसर्गिकअधमआहूतसकर्मकमानघातवैतनिक 

6 (निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध कीजिएः 

i.  यह आँखों से देखी घटना है 

ii. सौ रूपया सधन्यवाद प्राप्त हुआ 

iii. गीता ने सीता से पूछा कि सीता कहाँ चली गई थी? 

iv. दक्षिण का अधिकांश भाग पठार है 

v. मैंने बोला कि कल मत आना 

(निम्नलिखित शब्दों की वर्तनी का संशोधन कीजिएः 

  • शिक्षणेत्तरउपरोक्तसौहार्द्रपूज्यनीयसौजन्यता 

7. निम्नलिखितवाक्यांशों के लिए एकएक शब्द लिखिए: 

i.  आकाश को चूमने वाला 

ii.   सन्ध्या और रात के बीच का समय 

iii.  हमेशा रहने वाला 

iv.  सौ में सौ 

v.  जो बात वर्णन से परे हो 

8. निम्नलिखितमुहावरों लोकोक्तियों के अर्थ स्पष्ट कीजिए और अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिएः 

i.  नक्कारखाने में तूती की आवाज 

ii.  मक्खी मारना 

iii. तिल का ताड़ बनाना 

iv. सिर आँखों पर बैठाना 

v. हवा का रंग देखना 

vi. ढाक के तीन पात 

vii. गुरू कीजे जान केपानी पीजे छान के 

viii. कर खेती परदेस को जाएवाको जनम अकारथ जाए 

ix. फूहड़ चालेंनौ घर हालें 

x. अपनी करनी पार उतरनी 

 

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